अपना सोना खो न देना, आपके सोने पर है सरकार की नजर

सोना

सोना कहां कहां छुपा के रखा हुआ है, कौन सोना है जो आपने चोरों से बचाने के लिए यहां वहां रखा हुआ है जब मैं यह सवाल पूछता हूं तो आपके दिमाग में जोआया हुआ है जहां सोना आप रखते हैं । पता लगता है आपका सोना अब सुरक्षित रहें कम से कम ऐसा सोना, सोना के कुछ नियम जिन पर सरकार ठहर गई है लेकिन को खत्म नहीं किया है। इसको आप ऐसे भी कह सकते हैं कि मौके के इंतजार में हैं और जब सही अवसर मिलेगा उन कानूनों का इस्तेमाल करेगी अमल करेगी और आप ही का सोना आप ही के लिए जी का जंजाल बन जाएगा।

कानूनों के जरिए संपत्ति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है संपत्ति का अधिकार और यह बताने की कोशिश करूंगा कि उसका सही प्रबंधन अब आपको कैसे करना है तो कह दिया क्रांतिकारी खतरनाक लोग अपने आप सोने की तरफ जा रहे हैं।

यूक्रेन से लेकर अमेरिका और रूस आमने-सामने हैं परमाणु युद्ध तक की धमकियां दे दी गई है इन सब घटनाक्रमों के बीच में आपने देखा होगा कि शेयर बाजार कैसे गिर गया था कैसे टपक गया था कैसे लड़खड़ा गया था और जब शेयर बाजार लटका, टपका, फिसला या गिरा झटका खाया उसके साथ ही एक सिलसिला शुरू हो गया पूरे देश में और वह सिलसिला था सोने के अंदर निवेश का फैसला गोल्ड में निवेश करने का फैसला।

गोल्ड में निवेश करने का सिलसिला यानी लोग सोना खरीदने की तरफ बढ़ रहे हैं जब जब दुनिया में युद्ध आता है सोने को एक टेबलेट समझा जाता है और लोग सोना खरीद लेते हैं कि भैया ज्यादा गिरेगा नहीं, ज्यादा चलेगा नहीं, तो ज्यादा गिरेगा भी नहीं, तुम्हारा पैसा सुरक्षित रहेगा। अब  आप अगर सोना खरीदने का प्लान कर रहे हैं अपने शेयर बेचकर तो कुछ चीजों का ध्यान रखिएगा सोने पर टैक्स बचाने के चक्कर में मत पड़ जाइयेगा क्योंकि सरकार ने शिकंजा बहुत तगड़ा कस दिया है और कल आपका जो है वह आपकी की मुट्ठी में नहीं है एक नया कानून आया है 2021 में इस कानून के तहत 2 ग्राम से अधिक सोना बेचने वाले आदमी को हर सोने के जेवर को एक आईडी देनी पड़ेगी, डिजिट का नंबर होगा उसका और उस सीरियल नंबर के साथ ही हॉल मार्क के लिए रजिस्ट्रेशन करेगा बनाने वाले का नाम, दुकानदार का नाम इस तरह वह सारी की सारी चीजें उसे एक यूनिक आईडी के साथ जुड़ जाएंगे और सोना जब-जब जिस जिसके पास जाएगा उसकी चेन होगी और उसका पूरा रिकॉर्ड होगा ठीक वैसे ही जैसे कि नया रुपया आने वाला है आरबीआई का आपका जहां जहां से ज्यादा पैसा ट्रैवल करेगा सिस्टम में उसका रिकॉर्ड बनता जाएगा उसके पदचिन्ह बनते जाएंगे, पग मार्ग बनयेगी जैसे जंगल में जाते हैं आप शेर जहां से निकलता है वहां पर उसके पैर बने होते हैं और लगातार यूआईडी है आ जाएगा उसकी पदचिन्ह बनते जाएंगे। इस तरह से लगातार यूआईडी है हाल मार्क की पहचान है उसके जरिए सोने के जेवर की एक आईडेंटिटी हो जाएगी और यह 9 अंकों का कोड है यह कोड़ उसकी पहचान होगा। यह काम करने की जिम्मेदारी बनाने वाले को दी गई है अब कोई भी गलत तरीके से सोना नहीं बेचेगा ना कोई इस चीज को बनाएगा क्योंकि इसके लिए उसको 1 साल की सजा है और मोटा ₹100000 का जुर्माना है अगर 2 ग्राम का भी जब उसने इधर से उधर कर दिया। और यह जो प्रोडक्ट उसने बनाया है उसकी फोटो भी वहां अपलोड होगी हालांकि साइट पर यानी आप जरा भी अगर गड़बड़ करना चाहे तो नहीं कर सकते हैं। बेचने व खरीदने वाले की फोटो, उसमें सेंटर का नाम उसका नंबर सोने का वजन उसकी यूनिक आईडी जो मैंने बताया सोने की शुद्धता और उसकी बिक्री का ब्यौरा भी दर्ज होगा, कहां रहता है उसका आधार नंबर वगैरा-वगैरा, इसके कारण अब क्या हो गया कि सोने का अब रिकॉर्ड भी रखना पड़ेगा कुछ लोग नंबर दो में सोना खरीद लेते थे ना, खरीद खरीद कर रख लेते थे अब तो बाद में उसको खपाने में दिक्कत आएगी क्योंकि जो बनाने वाला बेचारा उसको तो सारा रिकॉर्ड रखना हैं तो वह कंज्यूमर का भी क्या होगा इसलिए सोना सर खरीदते समय इसका जरा ध्यान रखिएगा क्योंकि बेचने वाले सुनार का लाइसेंस भी रद्द होगा।

सिर्फ उसको सजा ही नहीं होगी लाइसेंस भी रद्द होगा यह 2016 का कानून है जिस पर अब सख्ती शुरू हो गई है अब तक जो हुआ, क्या हुआ सब ठीक है आपने अगर नंबर दो का सोना खरीद लिया या किसी का पुरानी खरीद लिया, तो क्या फर्क पड़ेगा हम लोग जाएंगे बाद में और सरकार को कह देंगे सब की हमारा तो खानदानी सोना है, हमारी परदादी का सोना है लोगों के घर में किलो किलो सोना पुराना होता है तो हमारा पुराना सोना है।

मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूं पुश्तैनी सोना है उस पर भी एक बंदिश लगा दी गई है कि 2016 तक अगर आपने सोने का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है बाकायदा उसको इनकम टैक्स में या कहीं और दिखाया नहीं है रजिस्ट्रेशन का मतलब यह है उस सोने को अपने पास होने की अगर कहीं आपने एट्री नहीं कराई है तो आपका सोना खतरे में है और कुछ सोने की भी जो एंट्री कराई है उसके अलावा केवल एक लिमिट तय कर दी है सरकार ने इससे ज्यादा सोना आप रख नहीं सकते हैं इसमें अगर आप शादीशुदा महिलाएं हैं तो आपके पास आधा किलो से ज्यादा सोना नहीं होना चाहिए अगर आप कुंवारे हैं तो ढाई सौ ग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए और पुरुष है तो 100 ग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए, आपके दादा जी, परदादा जी का घर में सोना है तो कोई डॉक्यूमेंट होना चाहिए उन्होंने कभी गिरवी रखा हो तो उसका डॉक्यूमेंट हो उन्होंने कहीं पर लोन लिया है तो उसका डॉक्यूमेंट हो उसको खरीदने का डॉक्यूमेंट हो या कुछ ना कुछ कागज पत्र होना जरूरी है तभी आप सोना भी आप रख पाएंगे नहीं तो नहीं रख पाएंगे।


इसके अलावा आप को गिफ्ट किया किसी ने सोना जो गिफ्टेड गोल्ड होगा उसमें गिफ्ट करने वाले के नाम से पर्ची और अपील होनी चाहिए और वह रसीद आपको सोने के साथ संभाल कर रखनी पड़ेगी। जमाना चला गया कि आप खरीद के लाते तो एक कच्ची पर्ची बनाकर सुना दे देता था जीएसटी वैसे सब बचा के वह सब खत्म हो गया 2000 और 2015 तक की संपत्ति के अंदर अगर आपने अपने सोने का खुलासा किया है तो वह सोना आपका है वरना सरकार का है।

अगर आप सोच रहे कि नहीं हमने तो सब पुराना सुना था पिताजी का तोड़कर बनवाया है तोड़ती बनवाने की जो आपने चार्ज दिया होगा किसी सुनार को उसकी भी रसीद चाहिए यानी हर तरफ से सरकार ने आपकी प्रॉपर्टी को दबोच लिया है अब जो संविधान में संपत्ति का अधिकार है वह तो रहेगा लेकिन वह अधिकार शर्तों के साथ चलेगा और इतनी शर्ते सरकार ने लगा दी हैं कि अगर आप सोने में इन्वेस्ट करने जा रहे हैं मार्केट के गिरने पर तो थोड़ा सावधान हो जाइए क्योंकि सोने में निवेश करने के साथ-साथ आप हंसने वाले जैसे आपका सोना भी सब कुछ रजिस्ट्रेशन होगा ऑनलाइन उसके बगैर सोना नहीं रख सकते रखेंगे तो फंसे हुए आप कुछ लोग खुश हो सकते हैं इस देश में जब भी इस तरह का कोई कानून आता है तो जो दो तरह के लोग होते हैं डिवाइड होता उसका फायदा सरकार बहुत उठाती है। जिन लोगों के पास पैसे ही नहीं है बहुत गरीब लोग 50 परसेंट लोगों के पास बहुत कम दौलत है ऐसी हालत में जिन लोगों के पास 10 ग्राम सोना भी नहीं है 20 ग्राम सोना भी नहीं है 100 ग्राम सोना भी नहीं है उनकी बड़ी संख्या है अब वो कहते हैं कि हमको क्या फर्क पड़ेगा भाई जिसका सोना है वह फंसे अच्छी बातें लोगों ने बहुत ब्लैक मनी जमा किया हुआ था वह यह बोलते हैं और इसी के साथ उन लोगों का समर्थन लेकर सरकार सपोर्ट कर देती है।

भाई साहब इतनी आजादी नहीं चलेगी सरकार तगड़ी वाली आ गई, पगड़ी संभाल जट्टा नहीं, अब सोना संभाल जट्टा और संपत्ति संभाल। आपके पास में जो कुछ भी है वह कंट्रोलेबल होना चाहिए जिस दिन सरकार चाहे उस पर कंट्रोल कर ले बहुत सारे आंदोलन दुनिया में चल रहे हैं आजादी के लिए हांगकांग का आंदोलन मैंने आपको बताया था और भी बहुत सारे चल रहे हैं यूक्रेन में ही आंदोलन चल गया अंदर से तो अब आप कोई भी मत भिन्नता रखते हों सरकार से, आप आंदोलन करें लेकिन सरकार को दमन करना होगा जैसे मिड डे मील में नमक केवल हल्का डाला होता था टाटा वगैरह का नमक नहीं तो उसके ऊपर लग गया था आतंकवादी निरोधक कानून पता नहीं कौन सा और राज्यों का भी मुकदमा लगा दिया था एक पत्रकार केरल के कवरेज करने जा रहे थे अलीगढ़ कांड का रास्ते में इंक्वायरी कर लिया उनके ऊपर भी देशद्रोह का मुकदमा लगा दिया आतंकवादी गतिविधियों का मुकदमा लगा दिया आने वाले समय में अभी तो छोटे मुकदमे लगाते है यह भी हो सकता है कि एक दिन आपकी सारी संपत्ति एक आईडी के ऊपर रहेगी और आपकी संपत्ति सरकार के रिकॉर्ड में, आपका पैसा सरकार के रिकॉर्ड में और आपका दूध भी सरकार के रिकॉर्ड में यानी बचकर कहां जाइएगा भारत जिस दिशा में बढ़ गया है ऊपर वाले से मनाई है कि सरकार में जो भी आदमी आए अच्छा आये,  नहीं तो अगर कोई बुरी नियत तानाशाही मानसिकता का आदमी आ गया तो उसको निभाना बहुत मुश्किल हो जाएगा।

नमस्कार जय हिंद।

win win education